केला और पपीता अलग-अलग खाने के असीमित फायदे हैं लेकिन साथ खाने के नुकसान ज्यादा है। पपीता में कई मेडिसिनल प्रॉपर्टीज होती हैं। पेट की सभी समस्याओं को दूर करने के लिए पपीता सबसे अच्छा माना जाता है। पपीता कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ ही लिवर और आंत सबके लिए अच्छा होता है। वहीं केला ऑयरन से भरपूर होता है और पोषक तत्वों का खजाना है। सोडियम-पोटेशियम का रिच सोर्स होता है। लेकिन ये दोनों ही गुणों से भरे फल साथ खाना सही नहीं होता। तो चलिए जानें कि केला और पपीता एक साथ खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं।
पपीता और केला एक साथ खाने के नुकसान
1) पपीते और केला साथ में खाने की मनाही आयुर्वेद भी करता है। दोनों फल एक साथ खाने से डायजेशन का बिगड़ना तय होता है। उल्टी, जी मिचलाने और गैस के अलावा बार-बार सिरदर्द की समस्या की वजह ये दोनों फल साथ खाने से बनते हैं।
2) अस्थमा या सांस से जुड़ी बीमारियों में कभी भूलकर भी पपीता और केला साथ न खाएं। पपीते में मौजूद पपैन होता है, जो एलर्जी का कारण बन सकता है। अगर आपको अस्थमा या सांसदोनों फलों को एक साथ खाने से सीने में भारीपन के साथ एलर्जी का खतरा बन सकता है। यही नहीं, कई बार दोनों फल साथ खाने से अपच होता है और इससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। कई बार ये सूजन-चक्कर आने की समस्या की भी वजह बन जाता है।
3) प्रेगनेंसी में भी पपीता खाने की मनाही होती है। केला और पपीता साथ खाने से न केवल पाचन क्षमता को कमजोर करते हैं बल्कि पपीता मिसकैरिज का कारण भी बनता है।
4) पीलिया के मरीजों को भी केला और पपीता के कॉन्बिनेशन से बचना चाहिए। ये पीलिया को सही होने में बाधक होता है।
5) पपीता और केले का एक साथ सेवन करने से आपको पेट की समस्या हो सकती है। पेट में दर्द, ऐठन और डायरिया जैसी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। कई बार बेतहाशा गैस या एसिडीटी से सिर दर्द या माइग्रेन की समस्या होने लगती है।
6) अगर आप सर्दी जुकाम से परेशान हैं तो केला और पपीता खाने से बचें। दोनों का कॉम्बिनेशन आपकी हालत को और बिगाड़ सकता है। यही वजह है कि सर्दी जुकाम के मरीजों को पपीता और केला खाने से बचने की सलाह दी जाती है।
7) ब्लडप्रेशर या ब्लडशुगर की समस्या में भी पपीता और केला साथ नहीं खाना चाहिए। अगर कोलेस्ट्राल के लिए ब्लड थिनर लेते हैं तो उसमें पपीता नुकसानदायक होता है। वहीं, केला और पपीता साथ मिलकर ब्लड शुगर को बढ़ा सकते है।