निगम कमिश्नर के आदेश का स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बंद करने को लेकर किसी भी प्रकार का कोई भी पालन नहीं किया गया
दुर्ग शहर नगर निगम प्रशासन द्वारा आज 18 दिसम्बर गुरु घासीदास जयंती के शुभ अवसर पर निगम सीमा क्षेत्र में स्थित पशुवध गृह व मटन मार्केट पुर्ण रुपेण बंद रहने हेतु दुर्ग नगर निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा को उक्त दिवस पर पशुवध एवं विक्रय कार्य पुर्णत: प्रतिबंधित सुनिश्चित करने कहां था
लेकिन जिम्मेदार अधिकारी द्वारा किसी भी प्रकार के आदेश का कोई भी पालन नहीं किया गया वहीं स्वास्थ्य विभाग को उक्त दिवस पर मांस विक्रय करते पाए जाने पर मांस जब्त करने साथ ही जुर्माना वसूलने एवं संबंधित के विरुद्ध यथोचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दी गई थी
लेकिन स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बाजार एवं शहर के चौक चौराहों पर निरक्षण कर जायजा लेना उचित नहीं समझा आज शहर के अनेक चौक चौराहों में मांस मटन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहे हैं । आपको बता दें कि ये आज का ही नहीं किसी भी कोई भी पर्व हो चाहे क्यों न आजादी कि भी पूर्व हो दुर्ग शहर एक ऐसा शहर है जहां कोई भी और किसी भी प्रकार के नियम एवं आदेश का पालन नहीं होता है।
बाजार विभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के द्वारा क्यों कार्यवाही नहीं करते आप सभी भली-भांति समझते हैं। इस तरह दुकान दारो के हौसले बुलंद होते दिखाई दिए क्योंकि व्यापारियों में किसी भी प्रकार डर एवं भय खत्म हो गई है। आज दुर्ग शहर में अनेक चौक चौराहों पर अवैध निर्माण कर या फिर पसरा लगाकर मांस मटन के कारोबार करते दिखाई देते हैं।
आजतक बाजार विभाग द्वारा किसी भी प्रकार के ठोस कार्यवाही करना उचित नहीं समझते हैं। और कार्यवाही के नाम सिर्फ खानापूर्ति करते दिखाई देते हैं। जिसके कारण आज जगह-जगह पर अवैध मांस ,मछली और मटन के दुकानें संचालित हो रही है। आज जब हमने शहर का भ्रमण किया तो देखा कि पुलगांव, गंजपारा, पोटिया चौक,बोरसी चौक, केला बाड़ी चौक , जेल चौक सहित ऐसे अनेकों चौक चौराहों पर मांस मटन का कारोबार धड़ल्ले से चलते दिखाई दिए
मांस का सेवन करने वाले लगभग 70 से 80 प्रतिशत व्यक्ति हैं। तो वहीं 20 से 30 प्रतिशत व्यक्ति मांस का सेवन नहीं करते हैं। ऐसे में निगम प्रशासन को 20-30 प्रतिशत व्यक्तियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए चौक चौराहों में बेचने वाले मांस मटन के दुकानें को बंद किया जाएं ताकि किसी भी व्यक्तियों के सेहत पर कोई असर न हो
हर रविवार को सुबह से ही इन दुकानों में खुले में बेजुबान जानवरो को मारकर लटका दिया जाता है। जो व्यक्तियों द्वारा मांस मटन का सेवन नहीं करते हैं। उन लोगों को उस दिन अपने घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे स्थिति में उन लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
इसलिए निगम प्रशासन को शहरवासियों के सेहत का ध्यान रखते हुए कड़ी कार्यवाही कर खुले में बिकने वाले अवैध मांस मछली और मटन के दुकानें को बंद कर उसे चौक चौराहों से हटाकर एक पहल करने आवश्यकता है।