हज़ारों के बिजली बिल देख छत्तीसगढ़ उपभोक्ताओं के उड़े होश : बिजली कनेक्शन पर 2 से 3 गुना बढ़े दाम
छत्तीसगढ़ में बिजली बिलों में दो महीने से हुई भारी वृद्धि से उपभोक्ताओं में पिछले दो महीनों से नाराज़गी और असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा है। जिन परिवारों का खर्च पहले ही महंगाई के बोझ से चरम पर था, अब उन्हें हर महीने दोगुने से तीन गुना तक बढ़े हुए बिजली बिल का सामना करना पड़ रहा है।
शहरों से लेकर कस्बों तक, हर गली-मोहल्ले में नाराज़गी और असंतोष साफ़ देखा जा सकता है। लोगों का कहना है कि “महंगाई तो पहले से बढ़ रही थी, अब बिजली बिल ने तो घर का बजट ही बिगाड़ दिया।”
नई व्यवस्था के तहत केवल 100 यूनिट तक की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को ही छूट दी गई है। यानी अगर खपत 101 यूनिट भी हो जाए, तो उपभोक्ता को पूरे बिल का भुगतान करना होगा। पहले कांग्रेस सरकार की ‘बिजली बिल हाफ योजना’ के तहत 400 यूनिट तक की खपत पर आधा बिल देना होता था, जिससे लाखों परिवारों को बड़ी राहत मिलती थी।
अब यह राहत खत्म कर दी गई है, और नतीजतन राजधानी रायपुर के लगभग साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ा है। उनका बिजली बिल औसतन दो से तीन गुना तक बढ़ गया है।
इसी मुद्दे पर कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा —
“दो महीने से महंगे बिजली बिल से प्रदेश की जनता परेशान है, लेकिन सरकार को न लोगों की तकलीफ़ दिख रही है, न सुनाई दे रही है। 100 यूनिट तक की छूट देना सिर्फ़ दिखावा है — वास्तविकता यह है कि प्रदेश के 90% उपभोक्ता अब दोगुना बिल चुका रहे हैं। जब हर घर दीवाली की रौशनी से जगमग होना चाहिए था, तब भाजपा सरकार ने अंधकार फैला दिया है।”
वोरा ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार की ‘बिजली बिल हाफ योजना’ ने हर परिवार को राहत दी थी, लेकिन भाजपा सरकार ने उस योजना को खत्म कर लोगों को कर्ज और चिंता में धकेल दिया है।