आम बजट आज पेश होगा। इस बजट से आम जरूरतों के साथ ही देश की लाइफ लाइन रेलवे से भी लोगों की बड़ी उम्मीदें है। दिल्ली-एनसीआर के लोगों को फास्ट ट्रैक की दरकार है तो सुविधायुक्त रेलवे स्टेशनों की। दिल्ली के लोग रिंग रेल बेहतर होने को लेकर भी आशान्वित है। ताकि मेट्रो रेल की तरह रिंग रेल से भी शहर की दूरी कम हो सके। इसी तरह दिल्ली-मुंबई रेल रूट पर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेन का इंतजार है तो वहीं दिल्ली-हावड़ा रूट पर बुलेट ट्रेन की घोषणा का भी इंतजार है।
एनसीआर को चाहिए रफ्तार मुंबई लोकल की तरह दिल्ली वालों को भी तेज रफ्तार चलने वाली लोकल ट्रेन की दरकार है। ताकि एनसीआर में जिस तरह से मेट्रो चलती है वैसे ही लोकल ट्रेन से यात्रा की जा सके। इसी तरह जर्जर पड़े रिंग रेल का पुर्णनिर्माण होने से भी सावर्जनिक परिवहन व्यवस्था बेहतर हो जाए। इससे दिल्ली जाम से तो मुक्त होगी ही साथ ही वाहनों की वजह से प्रदूषण की समस्या से भी निजात मिल जाएगी। राजधानी के बड़े स्टेशनों के साथ छोटे स्टेशन भी बने यात्री फ्रेंडली
बड़े-बड़े स्टेशन तो यात्री फ्रेंडली बनाए जा रहे है। यहां तक कि नई दिल्ली स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की योजना है वहीं दिल्ली में कई ऐसे स्टेशन है जहां सुविधा की जरूरत है। शहादरा, सदर बाजार, सराय रोहिल्ला, तुगलकाबाद, दिल्ली कैंट समेत अन्य स्टेशन भी नई दिल्ली की तरह सुविधायुक्त बने तो यात्रा करने में सहुलियत होगी। निजामुद्दीन, आनंद विहार, सब्जी मंडी, सराय रोहिल्ला, शकूर बस्ती, तुगलकाबाद, तिलक ब्रिज स्टेशनों पर बुनियादी ढांचे के विकास और यात्री सुविधाएं बढ़ाने की योजना है।
सुरक्षित ट्रेन भी है जरूरी ट्रेनों के दुर्घटना होने से भी यात्री सहमे रहते है। कई बार ट्रेन रेलवे ट्रैक से भी उतरती रहती है। ऐसे में यात्रियों को गति के साथ सुरक्षित सफर की भी जरूरत है। ताकि सुरक्षा के समय पर अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच सके। महिला कोच व महिला सुरक्षाकर्मियों की तादाद बढ़ाने की भी पहल होनी चाहिए। क्या है संभावनाए संयुक्त बजट में लंबी दूरी की यात्रा को आरामदायक बनाने की पहल की जा सकती है। पांच राज्यों में चुनाव की वजह से यह भी संभावना है कि नई रेल सुविधाओं का एलान हो। पूर्ण विद्युतीकरण का खाका भी पेश किया जा सकता है। इस बार हाईस्पीड ट्रेनों के एलान की भी संभावनाएं हैं। नई दिल्ली-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन का भी एलान हो सकता है। अहमदाबाद-मुंबई के बाद दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने की झलक भी दिख सकती है।
आईसीएफ कोच की जगह एलएचबी कोच की संख्या बढ़ाने के साथ लंबी दूरी की यात्रा के लिए एल्युमिनियम वाली हल्की कोच बनाने का एलान भी किया जा सकता है। मॉडर्न ट्रेन की झलक भी देखने को मिल सकती है। रेलवे में भर्ती प्रक्रिया को लेकर हुए विवाद पर भी कोई बड़ा फैसला किया जा सकता है। नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से बोझ कम करने और रेल परिचालन बेहतर करने के लिए दिल्ली के अन्य स्टेशनों को विकसित करने के लिए भी बजट का आवंटन हो सकता है। सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। समय पालनबद्धता को बेहतर बनाने पर बल देने के साथ माल लदान और आय में वृद्धि पर बल दिया जाएगा। स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने जिनमें प्लेटफार्मों का विस्तार, वाशेबल एप्रनों, प्लेटफार्मों का लेवल उठाने, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर-ब्रिज, एस्केलेटर, लिफ्ट और दिव्यांगजनों के लिए सुविधा, स्टेशनों के मुख्य द्वार सहित स्टेशन इमारतों में सुधार इत्यादि उपलब्ध कराने पर बल दिया जाएगा। समीक्षा बैठक में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने यह भी कहा कि गतिशीलता में वृद्धि और अन्य विकासात्मक ढांचागत कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। परिचालन में मानवीय भूलों को कम करने का प्रयास किया जाना चाहिए। सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए रेलवे प्रतिबद्ध है।