जीई रोड के उन्नयन और सौंदर्यीकरण कार्य में हो रही लेटलतीफी को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस विधायक ने सख्त नाराजगी जताई है। वोरा ने कहा कि टेंडर की शर्तों के अनुसार कुल 64 करोड़ की लागत से व्यस्ततम मार्ग के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण की योजना का काम आधा-अधूरा है
और बार-बार काम रुक रहा है। वोरा ने इस मामले को लेकर विधानसभा के मानसून सत्र में भी पीडब्लूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू से सवाल किया, जिसके जवाब में पीडब्लूडी मंत्री ने बताया कि जनवरी 2023 तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
वोरा के सवाल पर पीडब्लूडी मंत्री ने बताया कि रोड चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण, पुल, नाली और डिवाइडर के साथ डामरीकरण के कार्य पर करीब 46 करोड़ 77 लाख रुपए खर्च होंगे। एग्रीमेंट के अनुसार इस योजना का काम 14 जनवरी 2023 तक पूरा करना है।
दी गई जानकारी के अनुसार करीब 9 किलोमीटर लंबी नाली का निर्माण कार्य (दोनों ओर) पूरा हो चुका है। 3 किलोमीटर लंबी बाऊंड्रीवाल का निर्माण पूरा किया गया है। एक मध्यम पुल का निर्माण कार्य पूरा किया गया है
जबकि एक अन्य पुल का निर्माण जारी है। डीबीएम यानी डामरीकरण का काम 1300 मीटर पूरा किया गया है।
वोरा ने विधानसभा में मिनी माता चौक से अंजोरा तक रोड चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण कार्य के अधूरा रहने पर भी सवाल किया, जिसके जवाब में पीडब्लूडी मंत्री ने कहा कि करीब 39 करोड़ की लागत से हो रहे इस कार्य को एग्रीमेंट के अनुसार सितंबर 2022 तक पूरा किया जाना चाहिए।
अधिकांश कार्य पूरे हो चुके हैं। शेष कार्यों को पूरा किया जा रहा है।डिवाइडर पर पोल लगा दिये, लेकिन लाइट नहीं लगने से सड़क पर अंधेरा
इधर, वोरा ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि पिछले तीन माह से ज्यादा समय से जीई रोड के डिवाइ़र पर पोल लगाए गए हैं, लेकिन पोल पर लाइट नहीं लगी है। इसके कारण रात में अंधकार होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वोरा ने पूरे मार्ग पर तत्काल लाइट लगाने के निर्देश दिये हैं।चौक चौराहों का सौंदर्यीकरण भी नहीं किया
वोरा ने कहा कि चौक चौराहों का सौंदर्यीकरण करने की योजना के तहत अब तक सिर्फ मालवीय चौक के एक हिस्से का सौंदर्यीकरण किया गया है।
बाकी चौक चौराहों पर काम नहीं हुआ। बारिश के पहले रोड डामरीकरण का काम पूरा कर लिया जाना चाहिए था, लेकिन यह कार्य भी नहीं किया गया। मालवीय चौक पर शंकर नाले पर मध्यम पुल का निर्माण पिछले एक साल से जारी है। यह कार्य तत्काल पूरा होना चाहिए।

