आप कहीं निवेश करने की सोच रहे हैं जिसमें जोखिम कम हो और बेहतर रिटर्न मिले तो डेट फंड एक बेहतर विकल्प है। म्यूचुअल फंड में निवेश करना सबसे फायदे का सौदा माना जाता है। इसमें फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में डेट म्यूचुअल फंड में अधिक रिटर्न मिलता है। यही नहीं इसमें जोखिम भी कम है। डेट फंड का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को सुरक्षित निवेश और लाभ प्रदान करना है। इक्विटी फंडों की तुलना में ये अधिक सुरक्षित होते हैं क्योंकि इक्विटी बाजार के उतार चढ़ाव से इस फंड का कोई मतलब नहीं है।
जब चाहें निकाल सकते हैं पैसा
डेट फंड को ही लिक्विड फंड भी कहते हैं क्योंकि इसमें लिक्विडिटी की भी समस्या नहीं है। इसका अर्थ है कि आप जब चाहें अपना पैसा निकाल सकते हैं।
डेट फंड को ही लिक्विड फंड भी कहते हैं क्योंकि इसमें लिक्विडिटी की भी समस्या नहीं है। इसका अर्थ है कि आप जब चाहें अपना पैसा निकाल सकते हैं।
अस्थिर आय वालों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प
जिन निवेशकों की आय स्थिर नहीं हैं उनके लिए डेट फंड में निवेश करना बेहतरीन विकल्प है। इससे उनका निवेश भी सुरक्षित रहेगा और जब चाहे वो अपना पैसा भी निकाल सकते हैं। इसकी खास बात ये भी है कि इस फंड का पैसा फिक्स्ड रिटर्न देने वाले बॉन्ड में लगाया जाता है जिससे रिटर्न मिलता है।
मिलता है बेहतर रिटर्न
डेट फंड्स सरकारी बॉन्ड्स, कंपनी बॉन्ड्स, मनी मार्केट सिक्योरिटी, कॉपोरेट्स बॉन्ड्स में निवेश करता है जिससे आपको प्रभावी रिटर्न मिलता है। ये किसी एक बैंक या संस्थान पर मिल रहे रिटर्न से बेहतर होता है। हालांकि, डेट फंड से होने वाली आमदनी टैक्स के दायरे में आती है।