नई दिल्ली. हर किसी का सपना होता है कि उनकी खुद का आशियाना हो। घर खरीदने के सपने को पूरा करने के लिए लोग कड़ी मेहनत करते है। मध्यम परिवार के लिए घर खरीदना आसानी नहीं होता है। घर बनाने के लिए लोग पाई-पाई जोड़ते हैं, कर्जा लेते हैं। तब जाकर घर का सपना पूरा हो पाता है। घर बनाने के लिए कई प्रकार परेशानियों से गुजरना पड़ता है। अधिकांश लोगों पास घर खरीदने के लिए प्रयाप्त धन नहीं होता है, वे लोन का सहारा लेते है। लेकिन लोन लेना भी इतना आसानी होता है। लोन लेने से लेकर इसका चुकाने तक कई प्रकार की मुश्किलों को झेलना पड़ता है। आइए जानते है होम लोन लेते सयम किन बातों को ध्यान रखना चाहिए ताकि अपना घर खरीदना का सपना में हर मुश्किल आसान होगी।
टैक्स बचते के साथ कई फायदे
पति-पत्नी या परिवार के करीबी रिश्तेदार के साथ होम लोन लेना आसान होता है। इसमें टैक्स बचते के साथ-साथ कई फायदे भी होते है। लेकिन लोन की किस्त चुकाने में थोड़ी सी लापरवाही परेशानी का सबब बन सकती है। यदि पति-पत्नी मिलकर होम लोन ले रहे हैं तो कुछ परेशानी आसान हो जाती है। अगर आप संयुक्त रूप से लोन ले रहे हैं तो इसके भी कई फायदे हैं।
लोन की समयावधि
होम लोन लेते समय कई बातों को ध्यान रखना चाहिए। सबसे खास बात टेन्योर का फैसला बहुत सोच-समझकर लेना चाहिए। टेन्योर से लोन की ईएमआई तय होती है। आम तौर पर बैंक 5 से 30 साल तक की अवधि के लिए लोन देता है। ऐसे में अपनी क्षमता के अनुसार ही सही टेन्योर चुने।
ईएमआई का बोझ
अगर पति-पत्नी मिलकर घर के लिए लोन ले रहे हैं तो किसी एक के ऊपर लोन चुकाने का बोझ कम हो जाता है। दोनों मिलकर आसानी से बड़ा घर खरीद सकते है। सरकार महिलाओं को रजिस्ट्रेशन शुल्क पर छूट देती है, इसका फायदा मिल आपको मिल सकता है। यदि आप दोनों करदाता हैं तो दोनों अलग-अलग टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं।
होम लोन का बीमा जरूर कराएं
अगर पति-पत्नी मिलकर होम लोन लेते है तो इसका बीमा जरूर करवाना चाहिए। अगर दोनों में से किसी एक की मृत्यु हो जाती है तो पूरा लोन चुकाने की जिम्मेदारी जीवित व्यक्ति पर आ जाती है। ऐसे में होम लोन का बीमा जरूर करा लेना चाहिए। बीमा होने की स्थिति में कर्ज चुकाने की जिम्मेदारी बीमा कंपनी की होती है। होम लोन की एक व्यक्ति पर नहीं आएगा।
ब्याज दर
होम लोन लेते समय ब्याज दर का ध्यान रखना चाहिए। जल्द बाजी में कई बार ब्याज दर को देख नहीं पाते है। ब्याज के हिसाब से आपकी ईएमआई बनती है। यह ईएमआई कई साल के लिए चलती है। ऐसे में लोन के लिए आवेदन करने से पहले ब्याज दर का जरूर ध्यान रखें। ताकि बाद में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।