दुर्ग वासियों को आज अनेकों समस्याओं और योजनाओं से जूझना एवं वंचित होना
आज भारत के राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू शनिवार को छत्तीसगढ़ के हदय स्थल दुर्ग जिले के भिलाई स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी भिलाई के चौथे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगी आपको बता दें कि दुर्ग ऐसे जिला है। जहां राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सहित अलावा अलग-अलग राज्य के अनेकों मुख्यमंत्रियों का आगमन हो चुका है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा के सरकार बने लगभग दस महीने बीत चुके हैं। और वहीं मुख्यमंत्री सहित विभागीय राज्य मंत्रियों का किसी न किसी कार्यक्रम को लेकर दुर्ग में अनेकों बार आगमन होने के बाद भी दुर्ग में विकास कि गति रुकी हुई हैं।
साथ ही अनेकों केन्द्रीय मंत्रियों का आना-जाना भी लगा रहता है। इसके पहले पूर्व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सरकार थे तो वहीं मुख्यमंत्री भी दुर्ग जिला में निवास करते थे। मुख्यमंत्री के अलावा उनके कुछ बड़े बड़े मंत्रियों भी दुर्ग में निवास करते थे।
पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा अपने कार्यकाल में दुर्ग वासियों को भेंट मुलाकात के दौरान अनेकों झूठी योजनाएं और घोषणाएं भी कि गई थी जो आज तक पुर्ण नहीं हुआ और न ही आज तक दुर्ग को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर कोई पहल नहीं किया गया जिसका नतीजा शायद आज सरकार बदल गई
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर दुर्ग वासियों के चेहरे पर काफी उत्साहित एवं दुर्गवासी अनेक सपने संजोए बैठें हैं। कि अब दुर्ग को स्मार्ट सिटी बनने से कोई नहीं रोक सकता है। क्योंकि आज दुर्ग में भारत के राष्ट्रपति का आगमन हो रहीं हैं।
जब जब दुर्ग में बड़े अफसरों और नेताओं का आगमन हुआ तब तब दुर्ग वासियों के चेहरे पर मुस्कान दिखाई दिए कि अब दुर्ग में विकास होगी लेकिन दुर्ग वासियों को हर बार निराशा हाथ लगी आज दुर्ग वासियों को अनेकों योजनाएं और समस्याओं से जूझना एवं वंचित होना पड़ रहा है।
समस्याएं जैसे…
1 ) दुर्ग से रायपुर तक कि सड़कें खराब और उबड़-खाबड़ होने से राहगीरों और वाहन चालकों को लगातार सड़क दुर्घटनाओं का सामना करना
2) दुर्ग वासियों को मुख्य मार्गों सहित गलियारों के खंभे के स्ट्रीट लाइटें बंद रहने से राहगीरों और वाहन चालकों और रहवासियों को अपने घरों में चोरी एवं एक्सीडेंट होने का भय लगातार बनी हुई हैं।
3) दुर्ग आज अपराध का गढ़ बन गई है। आएं दिन चौक चौराहों में मार-पीट , लूट-पाट, खून-खराबा और और चोरियां होने के साथ ही आज घनी आबादी क्षेत्रों में नो एंट्री वाहनों का बेधड़क चलने से सड़क दुघर्टनाओं से लोगों के मन मस्तिष्क में डर एवं भय पैदा होना
4) आज लगभग चार-पांच वर्षों से सिटी बसें बंद होने से यात्रियों को मोटी रकम देकर निजी बसों में सफर करना साथ ही शायद डिपो में सिटी बस खड़े रहने से खराब होने कि स्थिति निर्मित होना सिटी बसों के मेनटेनेंस के नाम पर शायद लाखों रुपए भी खर्च होता होगा
5 )आज दुर्ग वासियों को अनेकों मूलभूत सुविधाओं, योजनाओं और समस्याओं से निजात नहीं मिलना इन नेताओं और अफसरों द्वारा वोंट बैंक कि राजनीति के चलते झूठी घोषणाएं कर लोगों को भ्रमित करना