नेताओं और अफसरों को जनता के मूलभूत समस्याओं से कोई मतलब नही सिर्फ अपने ही विकास बारे सोचना
दुर्ग शहर के हदय स्थल नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आज करीब रविवार को एक घंटे के झमाझम बारिश ने निगम के स्वच्छता का पोल खोल कर रख दी गई है। इस एक घंटे के मूसलाधार बारिश से पुरे शहर में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गई थी आपको बता दें कि एक तरफ निगम प्रशासन और शहर के जिम्मेदार नेताओं द्वारा सड़कों पर उतर कर स्वच्छता अभियान चलाते दिखाई देता हैं।
तो वहीं दुसरी ओर नालियों कि निरंतर सफाई नहीं होने से कचड़े बजबजाने एवं कचड़े फंसने से जाम से हालात निर्मित हो गई है। आज थोड़ी से बारिश से नालियों का गंदा पानी सड़कों में फैलने लगी और पैदल चलने वाले राहगीरों और वाहन चालकों को नालियों से निकलने वाले गंदा और मैट मैला पानी को खुंदकर एवं लांघकर जाना पड़ा
ये समस्याएं आज का नहीं जब जब पानी कि बरसात होती रही लोगों को गंदगी भरी मैट मैला पानी का सामना करना पड़ा आज एक घंटे के थोड़ी सी बारिश से नालियों और खराब सड़कों में जल भराव कि समस्याएं निर्मित हो गई थी शायद शहर के जिम्मेदार अधिकारियों और नेताओं को जनता के समस्याओं से कोई मतलब नहीं है।
एक तरफ स्वच्छता को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते दिखाई देते हैं तो वहीं दुसरी ओर पुरे शहर में चारों तरफ गंदगी का पसरा फैलीं हुई हैं। और न ही शहर के कोई बड़े जिम्मेदार अफसरों और नेताओं द्वारा निरक्षण कर जायजा लेकर लोगों के मूलभूत समस्याओं को दूर क्यों नहीं करते आप लोग भले भाती समझते हैं।
आज दुर्ग शहरवासियों को खराब सड़कों, नालियों में बजबजाती कचड़े , जांम व खराब नालियों , जगहों जगहों पर कचड़े के ढ़ेर होना और फिर वही गंदी और मैट मैला पानी नालियों के माध्यम से तालाबों और नदियों में प्रवाहित होना उसके बाद नलों के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंचना अनेक गंभीर बिमारियां फैलने का भय एवं खतरा लगातार बनी हुई रहती हैं।
समस्याएं जैसे
1 ) शहरवासियों को दो टाईम कि पानी नसीब नहीं होना
2) शहर के अधिकांश क्षेत्रों में स्ट्रीट लाईटें बंद रहना
3) शहर के अधिकांश क्षेत्रों के नालियों में जल भराव निर्मित
4 ) शहर के अधिकांश क्षेत्रों के सड़कें उबड़-खाबड़ होना
5) शहर के अधिकांश क्षेत्रों चौक चौराहों में अवैध पार्किंग और अवैध कब्जा होना
समस्याएं कल भी था और आज भी है। आखिर शहरवासियों को इन छोटी मोटी मूलभूत समस्याओं से निजात कब मिलेगी समझ से परे हुए दिखाई दिए ऐसे में स्वच्छ दुर्ग सुंदर दुर्ग गढ़बो नवा दुर्ग और सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास कैसे साकार होंगे आप लोग भले भाती समझते हैं।