इस सड़क दुघर्टना ने लोगों के मन मस्तिष्क दिमांग को झकझोर कर रख दिया गया उसके बाद भी प्रशासन खामोश दिखाई दिए…
दुर्ग शहर के हदय स्थल बोरसी चौक में आज दिनांक 05/10/2024 दिन शनिवार को दोपहर करीब 12:30 बजें से 1:00 बजे के करीब आसपास रेती से भरा हाईवे ट्रक के चपेट में आने से स्कुटी में पीछे बैठी स्वाति पटेल पति शैलेन्द्र कुमार पटेल उम्र करीब 34 वर्ष बोरसी निवासी महिला का दर्दनाक मौत हो गई
आपको बता दें कि सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार स्वाति और पिता नन्हे भाई पटेल दोनों अपने स्कुटी से महाराजा चौक से बोरसी कि ओर आ रहे थे और ठीक उसी दिशा से अनियंत्रित तेज रफ्तार ट्रक भी महाराजा चौक से बोरसी कि ओर उसी कि पीछे से आ रहें थे तभी घटना को अंजाम दिया गया
जब स्वाति पटेल और उनके पिता नन्हे भाई पटेल महाराजा चौक से बोरसी कि ओर आ रहे थे और न्यू कलकत्ता स्वीट्स के पास ही पहुंचे थे तब न्यू कलकत्ता स्वीट्स के सामने सड़क पर समान ढोहने वाले मालवाहक गाड़ी खड़ी हुई थी उसी दौरान स्कुटी चालक पिता नन्हे भाई पटेल मालवाहक गाड़ी से राईट लेने कि कोशिश कि गई
तभी अचानक पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक के चपेट में पीछे बैठी स्वाति पटेल आ गई और पीछे पहियों में दबने से कमर के नीचले हिस्से कुचलाने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी और उनके पिता जी थोड़ी दूर जा गिरे जिससे उन्हें मामूली चोंट आई
बेटी स्वाति पटेल सड़क के बीचोंबीच मृत अवस्था में पड़ी हुई थी और पिता चीखते-चिल्लाते रहे लेकिन करीब दस मिनट तक राहगीरों और आसपास के लोगों द्वारा फोटो शूट करने वीडियो बनाने में लगे हुए थे एक तरफ एक पिता द्वारा अपने मृत बेटी के पास चिखते चिल्लाते रहे तो वहीं दूसरी ओर आस-पास के लोगों और राहगीरों द्वारा ट्रक चालक ड्राईवर के धुलाई करने में लगे हुए थे
उस समय के नजारा को देखने के बाद यह प्रतित हुआ कि लोगों द्वारा एक तरफ इंसानियत नाम के चीज कही नहीं दिखाई दिए घटना के थोड़ी देर बाद शायद किसी के द्वारा पुलिस को सूचना करने पर पदमनाभपुर थाना के लोग मौके पर पहुंचकर ड्राईवर और मृतक स्वाति पटेल दोनों को अपने कब्जे में लेकर सीधे मर्चुरी पहुंचे इधर मृतक के पिता नन्हे भाई पटेल रोते बिलखते थाना पहुंचे
लेकिन थाना में कोई नहीं दिखाई देने पर उसके बाद वहां से सीधे दुर्ग स्थित पोस्टमार्टम स्थल पहुंचे वहां भी कोई दिखाई नहीं देने पर पुलिस से सम्पर्क साधने कि कोशिश कि गई तत्पश्चात पदमनाभपुर थाना के पुलिस कर्मचारी द्वारा यह कहां गया कि आप पहले पोस्टमार्टम वहां से निकलकर थाना आओ रिपोर्ट दर्ज कराईये उसके बाद ही आगे के प्रक्रिया होगी
इस तरह देखा जाए तो पीड़ित व्यक्ति के साथ न कोई समाज आगे आया और न ही किसी संगठन काम आया और तो और घटना स्थल पर उपस्थित एक भी व्यक्ति उस पीड़ित पिता के साथ कोई भी साथ में जाने के लिए खड़े नहीं हुए और न ही सैकड़ों के भीड़ में शामिल लोगो द्वारा पुलिस के साथ हाथ बंटाने एवं उतारने में मदद करने के लिए आगे एक भी व्यक्ति कोई नहीं बढ़ते दिखाई दिए
जबकि खासबात तो यह है कि जिस समय दुर्घटनाएं हुई उस समय नो एंट्री लगा हुआ था तों शहर के अंदर रेत से भरी ट्रक भारी वाहन कैसे प्रवेश किया गया सोचते और समझने का विषय है। और आपको बता दें कि यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले भारी वाहन से बहुत से घटनाएं हो चुकी है।
स्कुटी चालक नन्हे भाई पटेल बाल बाल बचे और पीछे बैठीं बेटी स्वाति पटेल भारी वाहन के चपेट में पहिये के बीचोंबीच में आने से मौके पर ही मौत हो गई इस घटना को देखकर लोगों के रुह कांपने लगे और इस घटना से क्षेत्र में फैली सनसनी
जिस पिता के द्वारा अपने बच्ची को पाल पोस कर बड़ा किया उनके सभी जरूरतों और ख्वाहिशें को पूरा किया उसे काबिल बनाया और आज उसी पिता के आंखों के सामने उनकी बेटी कि सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो जाती हैं। सोचिए उस पिता के अंदर क्या बीत रही होगी लेकिन प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता
हम इसलिए कह रहे हैं कि एसी घटना प्रशासन के लिए आप बात हो गई है। कुछ ही दिनों में रेत से भरी ट्रक और चालक दोनों छूट जायेंगे इस घटना कि जानकारी सभी जिम्मेदार लोगों को मालूम होगी लेकिन उसके बाद भी पुलिस प्रशासन और निगम प्रशासन द्वारा घटना को लेकर जगहों का निरक्षण एवं संज्ञान लेना क्यों उचित नहीं समझते हैं।
सड़क दुघर्टनाएं होने के अनेकों कारण
1 ) दुर्ग नगर निगम चौक से लेकर कसारीडीह महाराजा चौक होते हुए बोरसी चौक साहू होटल तक सड़क के आजू-बाजू अवैध ठेलें खोमचे एवं फल दुकानों को हटाई जाए
2) व्यापारियों द्वारा सड़क किनारे अपने दुकानों के प्रचार-प्रसार हेतु अवैध होडिंग बोर्ड बैनर पोस्टर जो लगाईं गई उसे हटाई जाए क्योंकि गली मोहल्ले से निकलने वाले वाहन दिखाई नहीं देते
3) दुर्ग नगर निगम चौक से कसारीडीह महाराजा चौक होते हुए बोरसी चौक तक सड़क चौड़ीकरण करने कि आवश्यकता है। क्योंकि घनी आबादी क्षेत्र होने के साथ ही सड़क संकरा होने से राहगीरों और वाहन चालकों को लगातार दुर्घटनाओं का सामना करना
4 ) जिला प्रशासन, निगम प्रशासन, पुलिस प्रशासन,शहर सरकार, विधायक, सहित पीडब्ल्यूडी मंत्री आखिर द्वारा सड़कों का निरक्षण कर जायजा लेने कि आवश्यकता
5) दुर्ग निगम चौक से लेकर कसारीडीह महाराजा चौक होते हुए बोरसी साहू होटल तक अवैध कब्जाधारियों, अवैध अतिक्रमण कार्यों, अवैध दुकानों पर कार्यवाही करने कि आवश्यकता
6) पुलिस प्रशासन को बढ़ते यातायात दवाब के रोकथाम हेतु महाराजा चौक, बोरसी हाट बाजार चौक, और पोटिया कला चौक में ट्राफिक पुलिस कि ड्यूटी लगाने एवं अवैध पार्किंग वाहनों पर कड़ी कार्यवाही करने कि आवश्यकता ताकि भारी वाहन नो एंट्री के समय शहर में प्रवेश न करें
दुर्ग नगर निगम चौक से लेकर कसारीडीह महाराजा होते-होते बोरसी चौक तक छोटे बड़े हजारों गढ्ढे और ब्रेकर्स होने कि वजह से साथ ही रात्रि के समय अंधेरे रहने प्रर्याप्त रोशनी नहीं होने के कारण राहगीरों और वाहन चालकों को लगातार दुर्घटनाओं का भय बनीं हुई रहती हैं।
इस भयानक सड़क दुघर्टना ने लोगों के मन मस्तिष्क दिमांग को झकझोर कर रख दिया गया है। उसके बाद भी प्रशासन खामोश क्यों दिखाई दिए लोग भले भाती समझते हैं।