बोरसी में आत्मानंद स्कूल इसलिए नहीं खोली गई होगी क्योंकि शायद हो सकता है कि पूर्व सरकार द्वारा नीजी स्कूलों को लाभ पहुंचाने हेतु
दुर्ग शहर नगर निगम क्षेत्र के हदय स्थल स्थित बोरसी शीतला मंदिर तालाब के पास नवनिर्मित स्कूल निर्माण कि गई है स्कूल का नाम शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला लिखी गई है। हमने इस स्कूल को नवनिर्माण इसलिए कह रहे हैं कि जब से स्कूल का निर्माण किया गया है आज तक इस स्कूल कि शुरूआत नहीं किया गया है।
जबकि स्कूल निर्माण में लगभग करोड़ों रुपए खर्च कि गई होगी कांग्रेस के पूर्व सरकार द्वारा इस स्कूल में कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक आत्मानंद स्कूल खोलने को लेकर बोरसी क्षेत्र के लोगों अश्वासन दिया गया था और इस अश्वासन से बोरसी क्षेत्र के लोग काफी खुश और प्रसन्नचित्त दिखाई दिए कि अब हमारे क्षेत्र के बच्चों को प्राईवेट स्कूलों कि मार नहीं झेलनी पड़ेगी
साथ ही अपने बच्चो के पढ़ाई-लिखाई को लेकर दूर- दराज नहीं जाना पड़ेगा लेकिन कुछ बड़े नेताओं को इस गांव कि खुशी देखी नहीं जा सकी बोरसी क्षेत्र के लोगों को ऐसा लगने लगा कि शायद स्कूल में ग्रहण लग गया होगा तभी तो आज तक आत्मानंद स्कूल संचालित नहीं हो पाया
आत्मानंद स्कूल खुल न जाए करके कुछ प्राईवेट स्कूलों के मालिकों को लगातार डर छाई हुई थी कि अगर आत्मानंद स्कूल इस क्षेत्र में संचालित होता है तो कुछ नीजी स्कूलों का बंटाधार हो जाता और कहीं शायद प्राईवेट स्कूलों बंद न हो इसलिए इसी उद्देश्य से बोरसी क्षेत्र में आत्मानंद स्कूल नहीं खोली होगी
आज स्कूल तो है लेकिन स्कूल में बच्चे और शिक्षक और पढ़ाई नहीं होने से स्कूल खंडहर होने लगा है साथ ही देख-रेख के आभाव में स्कूल के चारों ओर बरसात का पानी भर जाने से बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गई है अतिक्रमण करने वाले लोग स्कूल के मैदान को भी नहीं छोड़ रहे हैं धीरे धीरे अवैध कब्जा करने वाले के हौंसले बुलंद होते दिखाई दे रहे हैं।
बोरसी क्षेत्र के लोगों के लिए एक मात्र खेल मैदान था लेकिन उसमें भी खेल मैदान के जगह स्कूल बना दिया गया और आज स्कूल भी नहीं रहा और न ही खेल मैदान रहा यहां के बच्चों और युवाओं दोनों को स्कूल और खेल मैदान दोनों से वंचित होना पड़ा
नेताओं और अधिकारियों के मिलि भगत से आज बोरसी क्षेत्र के लोगों को आत्मानंद स्कूल और खेल मैदान जैसे मूलभूत सुविधाओं से वंचित एवं जूझना पड़ रहें हैं। ऐसे में इस क्षेत्र के बच्चे और युवाओं कैसे प्रतिभावान बनेंगे क्षेत्रवासियों को सोचने और समझने का विषय है।
आज यह स्कूल शराबियों और जुवाडियों का अड्डा बन गई है और पता नहीं इस स्कूल के अंदर क्या क्या होता और चलता होगा क्योंकि स्कूल के सभी दरवाजे खुले हुए हैं कमरे में मवेशियों भी बैठे दिखाई दिए इसलिए स्कूल को चारों तरफ से घेराबंदी और बाउंड्री वॉल कर संरक्षित करने कि आवश्यकता है।