शहर सरकार को नागरिकों की परेशानी से कोई फर्क नहीं पड़ता शहर की सरकार सिर्फ टैक्स वसूलना जानती है। सुविधा देना नही
छत्तीसगढ़ के 6 जिलो में बारिश का हाई अलर्ट जारी हुआ है जिसमे दुर्ग भी शामिल है दुर्ग में अगले 72 घण्टे लगातार बारिश गिरने की भारी सम्भावना है इसी बीच मोगरा बैराज से 32,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद शिवनाथ नदी के मुहाने पर बसे इलाको में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं ।
शिवनाथ अपने पूरे उफान पर है शिवनाथ नदी का जल स्तर बढ़ गया और नदी किनारे बसे दुर्ग नगर निगम के कई क्षेत्रो में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए है इसी बीच शहर के प्रथम नागरिक युवा महापौर धीरज बाकलीवाल संकट की इस घड़ी में शहर से ही नदारद है।
दरअसल बारिश के कारण दुर्ग के कई वार्डों और मोहल्ले बस्तियों में बारिश का पानी भर जाता है जिसके कारण लोगों को काफी असुविधा परेशानी होती है लेकिन शहर सरकार को अपने नागरिक की परेशानी से कोई फर्क नहीं पड़ता शहर की सरकार सिर्फ टैक्स वसूलना जानती है। सुविधा देना नही
और दुर्ग के युवा महापौर सिर्फ AC कमरे में बैठकर अपने अधिकारियों के साथ कागजों में बारिश और बाढ़ के पानी का प्रबंधन करते नजर आते हैं सारे काम सिर्फ और सिर्फ कागजों में ही हो रहे हैं धरातल पर और जमीनी स्तर पर युवा महापौर और उनकी टीम पूरी तरह गायब है।
शिवनाथ नदी सहित शहर के तालाबों , नालों और गली मोहल्ले के छोटे-छोटे नालियों कि साफ-सफाई नहीं होने से जांम कि स्थिति निर्मित होना जिससे बरसात का पानी नालियों के माध्यम से लबालब होकर सड़कों पर फैलकर गंदा पानी घरों में घुसने से लोगों के जांन पर खिलवाड़ साथ ही लोगों को अनेकों गंभीर बिमारियां फैलने कि खतरा लगातार बनी हुई हैं।
शहर सरकार महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा बरसात के पहले झुग्गी झोपड़ी इलाकों एवं घनी आबादी क्षेत्रों में गरीबों एवं मजदूरों के घरों का निरक्षण करना साथ ही जहां क्षेत्र में नदी, नालों और तालाबों कि साफ-सफाई को लेकर जायजा लेना क्यों उचित नहीं समझे और आज जब इन परिवारों पर मुसीबतें आंन पड़ी तो शहर से नदारद एवं गायब हैं।