महापौर के लगभग विगत पांच वर्षों के कार्यकाल से अनेकों पार्टी के कार्यकर्ताओं निगम कर्मचारियों और ठेकेदारों सहित पार्षदगण ही खुश दिखाई दिए करोड़ों के बजट पेश करने के बाद भी शहरवासियों कि समस्याएं जस के तस बनी हुई हैं।…
दुर्ग नगर पालिक निगम क्षेत्र के अंतर्गत शहर सरकार महापौर धीरज बाकलीवाल ने श्रध्देय श्री मोतीलाल वोरा सभागार में 7 मार्च को सामान्य सभा में अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया गया था लेकिन क्या महापौर द्वारा विकास कार्यों का निरक्षण एवं जायजा लेने आज तक जगह स्थल पर पहुंचे कि नहीं पहुंचे ये महत्वपूर्ण है।
क्योंकि आज भी अनेकों योजनाएं शुरू नहीं हुआ और जो कार्य शुरू हुआ था वह भी आज आधा अधुरा लटका हुआ है। ऐसा लगता है मानो कागजों पर कार्य पूर्ण हो चुका है जबकि काम जमीन पर दिखाई ही नहीं दे रहे हैं। महापौर के बजट में शहरवासियों के लिए क्या कुछ खास और क्या कुछ नया रहा आये हम उस पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराते हैं।
इस बजट में आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए समस्त स्त्रोतों एवं ऋण अनुदान से प्राप्ति के रूप में 4 अरब 82 करोड़ 50 लाख 34 हजार का प्रावधान किया गया है तथा प्रारंभिक शेष 01 अरब 31 करोड़ 94 लाख 97 हजार, इस प्रकार कुल आय 6 अरब 14 करोड़ 45 लाख 31 हजार रू० दर्शाया गया है।
व्यय शीर्ष में विभिन्न मदों में 4 अरब 82 करोड़ 39 लाख 89 हजार रू० एवं अंतिम शेष 1 अरब 32 करोड़ 05 लाख 52 हजार का प्रावधान किया गया है। इस प्रकार आगामी वर्ष 2024-25 के लिए कुल 482.39 करोड़ का बजट अनुमानित किया गया है।
जिसके आय पक्ष में राजस्व आय 154.95 करोड़ एवं पूंजीगत आय 327.55 करोड़ तथा इसके विरूद्ध राजस्व व्यय 154.89 करोड़ एवं पूंजीगत व्यय 327.50 करोड़ रखा गया है। इस प्रकार 10 लाख 55 हजार का लाभ का बजट प्रस्तुत किया गया है।
जिसमें मुख्य विषय वस्तु एवं उस पर प्रावधानित बजट,•प्रमुख मार्ग, नाली एवं 05 एसएलआरएम सेंटर निर्माण 10 करोड़,प्रमुख मार्ग चौड़ीकरण एवं चौराहो का सौंदर्गीकरण:- 45 करोड़,15 वे वित्त के तहत् पाईप लाईन विस्तार 5.56 करोड़,जेसीबी, ट्रेक्टर ट्राली, वाहन एवं उपकरण क्रय 4.50 करोड़,
मुख्य मार्गो निर्माण व उन्नयन कार्यः-12 करोड़,शंकर नाला सुदृढ़ीकरण 06 करोड़,सिकोला नाला सुदृढ़ीकरण :- 1 करोड़,भूमिगत नाली /सिवरेज :- 2.50 करोड़,शंकर नाला / केलाबाड़ी व अन्य बड़े नाला के गंदे पानी के पुनः उपयोग हेतु सिवेरज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण :- 8 करोड़,
सिंचाई विभाग को नहरी पानी का भुगतान :- 4 करोड़,स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत सामुदायिक शौचालय निर्माण एवं पे एंड यूज सार्वजनिक शौचालय निर्माण व उन्नयन :- 2 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना :- 15 करोड़ सांसद निधि :- 50 लाख, विधायक निधि :- 02 करोड़,महापौर निधि :- 1.12 करोड़, पार्षद निधि एवं एल्डरमेन निधि :- 4.05 करोड़,
निगम कार्यालय भवन :- 22 करोड़, सोलर हाईमास्ट / एलईडी लाईट पर व्यय :- 2.20 करोड़,अमृत मिशन योजना 2.0 :- 22 करोड़,पाईपलाईन विस्तार एवं शिफ्टिंग:- 5 करोड़,नवीन सरोवर धरोहर योजना अंतर्गत तालाबो का सौंदर्गीकरण:-10 करोड़,।विभिन्न वार्डो में स्टेडियम, बेडमिंटन, फुटबॉल कोर्ट निर्माण :- 10.50 करोड़,
यूआईडीएफ अंतर्गत नवीन कार्य :- 29.36 करोड़,पाईप लाईन विस्तार, पाईपलाईन नेटवर्क में नल कनेक्शन मीटर सहित (आईसोलेशन वाल्ब/बल्ब फ्लोमीटर/वाटर मीटर/शिकायत,निराकरण एवं अन्य कार्य :- 15 करोड़,प्रमुख चौराहो, मार्ग व अन्य स्थानों पर शेड निर्माण:- 05 करोड़, सड़क, नाली एवं पुलिया का मरम्मत/संधारण निर्माण :- 05 करोड़,
मांगलिक परिसर निर्माण :- 50 लाख,इंदिरा मार्केट जीर्णोद्धार व शीतला मार्केट शेड संधारणः-230 लाख,मोबाईल टॉयलेट निर्माण :- 60 लाख और शिवनाथ नदी रिवर फ्रंट :- 25 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
समान्य सभा के अंतिम बजट भाषण में महापौर ने अंतिम संस्कर के लिए तीन हजार के स्थान पर अब साड़े तीन हज़ार क्विंटल निशुल्क कंडा 100 अंतिम संस्कर समाग्री व्यवस्था हेतु 2000 रुपए मिलेंगे एवं डॉग केयर सेंटर स्थापना की घोषणा किया गया है।
इसके लिए चयनित स्थान एवं नियमो का परीक्षण किया जाएगा।ओर स्वच्छता के लिए विशेष जगरूकता अभियान जलप्रतिनिधियो के सहयोग से चलाया जाएगा।सामान्य सभा बजट में मौजूद आयुक्त लोकेश चन्द्राकर,एमआईसी अब्दुल गनी,दीपक साहू,संजय कोहले,ऋषभ जैन,जयश्री जोशी,हमीद खोखर,जमुना साहू,सत्यवती वर्मा,
अनूप चंदनिया,शंकर ठाकुर,नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा,उपनेता प्रतिपक्ष देवनारायण चन्द्राकर,राकेश सेन,नरेंद्र बंजारे,उपायुक्त मोहेंद्र साहू,कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम,सहायक अभियंता गिरीश दीवान के अलावा समस्त पार्षदगण व अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि महापौर के कार्यकाल से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं निगम कर्मचारियों और ठेकेदारों सहित पार्षदगण ही खुश दिखाई दिए लेकिन बात जब शहरवासियों कि आतीं हैं तो आज भी लोग दुर्ग शहर महापौर के नाम तो दूर कि बात पहचानते भी नहीं है। क्योंकि हम इसलिए कह रहे हैं कि महापौर द्वारा शहरवासियों के हित में योजनाओं और समस्याओं को लेकर वार्डों का निरक्षण एवं भ्रमण कर संज्ञान में लेना उचित नहीं समझते हैं।
दुर्ग शहर महापौर धीरज बाकलीवाल के लगभग पांच वर्षों के कार्यकाल में शहरवासियों को अनेकों योजनाएं से निजात मिलना दूर कि बात शहरवासियों को अनेकों मूलभूत समस्याओं जैसे बिजली , पानी, सड़क से वंचित होना, नदी , नालों, और तालाबों कि सफाई नहीं होना स्वच्छता अभियान फैल साबित
साथ ही जीणोद्धार सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्यों पर ग्रहण लगना क्षेत्र के लोगों को अनेक सुविधाओं से जूझना एवं समस्याओं से घिरे हुए दिखाई दे रहे हैं। आज भी शहरवासी अपने क्षेत्र कि मूलभूत समस्याओं को लेकर दर-बदर भटकना एवं बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। और इन नेताओं को जनता के परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। क्योंकि जनता के चुनें हुए महापौर नहीं है। पार्षदों के द्वारा चुनें हुए महापौर है।