दुर्ग शहरवासियों के विश्वास पर खरे नहीं उतर पाए निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर अक्टूबर 2022 में पदभार ग्रहण से लेकर आज मई 2024 तक क्षेत्र के लोगों को मूलभूत जैसे अनेकों योजनाएं एवं समस्याओं से जूझना एवं वंचित होना कहीं शहरवासियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण साबित तो नहीं हुई क्षेत्र के लोगों को शायद ऐसा ही प्रतीत होने लगी
1– दुर्ग शहरवासी एक तरफ पानी कि समस्याओं से जूझ रहे हैं तो वहीं दुसरी ओर कई जगहों के पाईप लाईन निकेज होने से पानी कि बर्बादी देखने को मिला साथ ही अनेकों वार्डों के बोरिंग भी खराब पड़ी हुई है निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
2- गर्मियों के मौसम में तेज धूप और बढ़ते तापमान के कारण नदी नालो एवं तालाबों के पानी सुखने लगे तो शहरवासियों के हित में निस्तारित हेतु निगम प्रशासन द्वारा नहरों से नालियों के माध्यम से पानी छोड़ने के पहले सफाई क्यों नहीं गया जिससे तालाबों के पानी दूषित हो गई और न ही निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
3- दुर्ग शहर के अनेको वार्डों में नालियों कि सफाई नहीं होने से कई जगहों के नालियों में जांम कि स्थिति निर्मित हो गई है और पानी कि बहाव नहीं होने से लोगों को बदबूदार नालियों का सामना जहां लोगों को बीमार होने का खतरा मंडरा रहे हैं। निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर उचित कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
4- दुर्ग शहरवासियों को खराब एवं खस्ताहाल जर्जर सड़कों में चलने को मजबूर लोगों को आएं दिन दुर्घटनाओं का भय जर्जर सड़कों को दुरुस्त करने को लेकर निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर उचित कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
5- दुर्ग शहर के चौक चौराहों से लेकर अंदर गलियों तक सड़क के आजू-बाजू अवैध दुकानों संचालित जिसके कारण से आज राहगीरों एवं वाहन चालकों को अक्सर दुर्घटनाओं का भय अवैध दुकानों को निरक्षण कर बंद करने एवं हटाने को लेकर आज तक निगम प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
6- दुर्ग शहर के चौक चौराहों गलियारों एवं सड़कों के आजू-बाजू अवैध मांस मटन के कारोबार हटाने एवं बंद करने या समुचित स्थान देने को लेकर निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
7- आज दुर्ग शहर के बहुत से स्ट्रीट लाइटें सहित हाईमास्ट में लगे बहुत से लाइटें बंद हो गई है। जिससे चौक चौराहों एवं सड़कें अंधेरे होने के कारण राहगीरों एवं वाहन चालकों को दुर्घटनाओं का भय लगातार बनी हुई हैं। निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
8- दुर्ग शहर के अनेकों वार्डों में भूमाफियाओं द्वारा बीना परमिशन के अवैध प्लाटिंग का कारोबार धड़ल्ले से चल रहे हैं बहुत से शासकीय जमीनो को कब्जा कर बेच दिया जाता है निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
9- आज दुर्ग शहर अवैध कब्जों एवं चौंक चौराहों से लेकर मुख्य मार्गों पर जगह-जगह अवैध ठेले गुमटी एवं पसरा फैलाकर छोटे बड़े व्यापारियों द्वारा दुकानदारी करते दिखाई देते हैं। जिससे सड़कें सकरा होने से लोगों को जांन जोखिम और जांने गई निगम प्रशासन द्वारा आज तक निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
10- आज दुर्ग शहर के चौक चौराहों एवं मुख्यमार्गों पर अवैध होडिंग बोर्ड बेनर पोस्टर साथ ही दुकानदारों द्वारा सड़क किनारे तक अपने दुकानों के प्रचार प्रसार हेतु होडिंग बोर्ड लगा दिया गया है जिससे गली मोहल्ले से निकलने वाले वाहनों दिखाई नहीं देते और लोगों को आएं दिन दुर्घटनाओं का सामना आखिर निगम प्रशासन द्वारा निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते समझ से परे।
11- दुर्ग शहर नगर निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर द्वारा अनेकों वार्डों में भ्रमण कर सड़क निर्माण,नाली निर्माण, बिजली, पानी के लिए पाईप लाईन खोदाई करके छोड़ दिया गया, पेवरब्लाक, शौचालय बंद एवं आधा अधुरा तालाबों के सौंदर्यीकरण और नवीनीकरण विकास कार्यों को लेकर निरक्षण करके जो कार्य आधी अधुरी लटकी हुई है।
12- दुर्ग निगम में एक कर्मचारी दुसरे कर्मचारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले व्यक्ति पर ही कार्यवाही साथ ही कुछ कर्मचारियों द्वारा ड्यूटी में लापरवाही बरतने एवं मनमानी करने उसके बाद भी निगम प्रशासन द्वारा निगम कार्यालय एवं कार्यो का निरक्षण कर उचित कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते आप भले भाती समझते हैं।
13- आज छोटे बड़े पांन ठेले से लेकर किराने कि दुकानों एवं शराब दुकानों के सामने धड़ल्ले से पानी पाउच और डिस्पोजल कि बिक्री निगम प्रशासन द्वारा दुकानों में दबिश देकर निरक्षण कर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते
ऐसे ठेकेदारों और जिम्मेदारों पर कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते लोग भले भाती समझते हैं।
ऐसे में दुर्ग सुंदर शहर और दुर्ग स्मार्ट सीटी का जो सपना है वह कैसे पुरे होंगे समझ से परे हुए दिखाई दे रहे है। इस तरह देखा जाए तो दुर्ग वासियों का सपना हुआ चकनाचूर ये सब देखने के बाद ऐसा प्रतीत होने लगे हैं।