निगम PRO अधिकारी अपने पावर का स्तेमाल करते हुए क्योंकि आप इस विभाग का खबर नहीं बना सकते और अपने गलतियों को छुपाने कि कोशिश करने के साथ ही आक्रोशित होकर पत्रकार को अपनी भाषा में सबक सिखाने हेतु निगम प्रेस ग्रुप से रिमूव करते हुए ग्रुप से हटाकर दीपावली पर्व का गिफ्ट बचाया
दुर्ग नगर निगम के जनसंपर्क विभाग में इन कर्मचारियों को PRO अधिकारी बनाया गया है। जबकि भिलाई निगम में उससे रिलेटेड व्यक्ति को जनसमपर्क अधिकारी नियुक्ति कि गई है आपको बता दें कि इन कर्मचारियों के ड्यूटी आने एवं जाने के कोई टाईम टेबल नहीं है।
और न ही ड्यूटी में आने के बाद भी अपने कुर्सी-टेबल में बैठे दिखाई नहीं देते हैं। आखिर पुरे दिन कहां आते हैं और कहां जाते हैं घंटों नदारद रहते हैं वहीं दुसरे रुम में बैठे चपरासी को भी पता नहीं रहता जब कोई व्यक्ति अपनी काम को लेकर कार्यालय में पहुंचते हैं तो उनकी समस्याओं का निराकरण करने वाले कोई नहीं होता
कईयों बार निगम के चपरासी द्वारा किसी फाईल में साइन कराने के लिए करीब तीन से चार बार बीना काम हुए वापस लौटते दिखाई देते हैं जब हमने इस कार्यालय के समस्याओं को गंभीरता से उठाते हुए अपने न्यूज पोर्टल चैनल पर खबर लगाकर निगम प्रशासन एवं जिला प्रशासन को अवगत कराया गया
जबकि आपको ज्ञात होगा कि अभी आचार संहिता लागू है। और उस दौरान किसी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा ड्यूटी में लापरवाही बरतते दिखाई देते हैं। तों क्या यह आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। इन कर्मचारियों द्वारा अपनी गलतियों पर सुधार करने के बजाय आक्रोशित होकर
पत्रकार बंधु पर जिसने समाचार लगाया उस पर PRO अधिकारी अपने पावर का स्तेमाल करते हुए हमारे पत्रकार भाई को निगम प्रेस ग्रुप से रिमूव करते हुए ग्रुप से हटा दिया गया जबकि जो सच्चाई था उसे फोटो सहित सबूत के साथ न्यूज चैनल में लगाया गया जो वहां बैठे कर्मचारियों के सच्चाई सबसे सामने उजागर हुआ
क्या ऐसे कर्मचारियों पर कार्यवाही करेंगी जो आचार संहिता लागू होते हुए भी कर्मचारियों द्वारा ड्यूटी पर आने के बाद भी अपनी कुर्सी से नदारद रहते हैं इस तरह देखा जाए तो PRO अधिकारी द्वारा उस पत्रकार भाई के हक एवं जिम्मेदारियों को छिन्ने कि कोशिश करने के साथ ही दीपावली पर्व पर मिलने वाली गिफ्ट पर भी उस कर्मचारियों कि नजर पड़ी
जिसके कारण से निगम ग्रुप से रिमूव कर दिया गया पता नहीं ऐसे कितने लोगों के साथ ऐसा किया गया होगा
सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि विज्ञापन देने के नाम पर पत्रकार भाईयों के साथ बहुत बड़े-बड़े खेल खेला जा रहा है और सिर्फ अपने ही कुछ चहेते लोगों को ही लाभ पहुंचाने में लगे हुए हैं जो उन्हें फायदा पहुंचाएंगे उसे ये लोग फायदे देंगे बाकी आप सभी भलीभांति समझते हैं।
पत्रकार का काम सही गलत को प्रशासन को अवगत कराना अपनी गलतियों को सुधारने के बजाय अपनी गलतियों पर पर्दा डालने कि कोशिश ये कैसा न्याय या अन्याय