निगम द्वारा अभी तक जानकारी के मुताबिक लगभग 18 करोड़ रुपए का राजस्व वसुली कि गई है। और अभी 7000 घरों में टेस्ट राजस्व वसुली करनी बाकी है और पिछले बार का 1 करोड़ रुपए बकाया होने से टार्गेट पुरी नही हुई थी जिससे राजस्व अधिकारियों अपने लक्ष्य में असफल साबित हुई थी
दुर्ग शहर नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत घर टेक्स जमा करने वाले सुची के अनुसार लगभग 54 से 60 हजार घरों शामिल हैं। जिसमें से निगम को शहरवासियों से इस वर्ष 1 जनवरी से 31 मार्च तक 12 महिनों का टोटल टेक्स राजस्व वसुली लगभग 24 करोड़ 11 लाख कि वसूली का टार्गेट मिला हुआ है। और आज 19 मार्च आ चुकी हैं।
और निगम के जिम्मेदार राजस्व अधिकारियों द्वारा अभी तक लगभग उनके कथन एवं जानकारी मुताबिक लगभग 18 करोड़ रुपए का अभी तक राजस्व वसुली कि गई है। और अभी 7000 घरों में टेस्ट राजस्व वसुली करनी बाकी है और अभी जो टार्गेट मिली हुई है उसमें अभी 6 करोड़ रुपए टेक्स राजस्व वसुली अभी तक बाकी है।
जबकि पिछले बार 22-23 में निगम प्रशासन द्वारा 22 करोड़ रुपए कि टेक्स राजस्व वसुली टार्गेट मिली हुई थी लेकिन मार्च तक लगभग 21 करोड़ रुपए ही टेक्स राजस्व वसुली कि गई थी पिछले वर्ष 22 करोड़ रुपए टेक्स राजस्व वसुली का जो लक्ष्य रखी गई थी उसमें निगम प्रशासन फैल साबित हुई थी
तो क्या इस बार भी अपने लक्ष्य में फैल साबित तो नहीं हो जायेंगे तो आने वाले समय में ही पता चलेगा अभी जो टेस्ट राजस्व जमा करने वाले बकाया 7000 घरों रसुखदारों में गिनती आते होंगे तभी राजस्व अधिकारी इन घरों से वसुली क्यों नहीं कर पा रहे हैं। समझने का विषय है।
क्या इस बार भी निगम प्रशासन टेक्स राजस्व वसुली को लेकर अपने टार्गेट को पुरा कर पायेंगे या फिर पिछली बार जैसे इस बार भी फैल साबित तों नहीं हो जाएंगे क्योंकि राजस्व अधिकारियों द्वारा गरीबों से डरा धमकाकर एवं सरकार के योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा ऐसा कहकर आसानी से टेक्स राजस्व वसुली कर ली जाती हैं।
लेकिन वही अमीरों के पास एवं रसुखदारों के घर जाने पर मुंह से चूंह भी नहीं निकल पाते आज भी कई बड़े बकायादारों के घरों से कई वर्षों से टेक्स राजस्व वसुली नहीं हुई होगी तभी तो निगम प्रशासन अपने लक्ष्य के अनुरूप टार्गेट को पुरा करने में असफल साबित होते हुए दिखाई देते हैं।
जबकि सही मायने में देखा जाए तो पिछला टार्गेट 1 करोड़ और अभी मार्च तक का टार्गेट को मिलाकर टोटल 7 करोड़ रुपए टेक्स राजस्व वसुली करनी बाकी है। अब यह देखना होगा कि राजस्व अधिकारियों द्वारा टेक्स राजस्व वसुली करने में कितना खरा उतरेंगे या फिर पिछली बार जैसे असफल तो नहीं हो जायेंगे