दुर्ग एसडीएम मुकेश राउटे को आदेश दिया था कि भू-माफियों द्वारा अवैध प्लाटों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर अवैध प्लाटिंग करने वालों को जेल भेजा जाएं
आज हम देख रहे हैं कि शहर हो या गांव हो सभी जगहों पर धड़ल्ले से अवैध प्लाटों का कारोबार चल रहे हैं। अभी-अभी कुछ माह पहले प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने ग्राम पंचायत खम्हरिया में जन समस्या निवारण शिविर आयोजित कि गई थी तो उस समय क्षेत्र के कुछ लोगों ने मंत्री से रोड़ नालियों कि समस्याओं को लेकर अवगत कराया गया
तो उसी समय मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग एसडीएम मुकेश राउटे को आदेश दिया था कि अवैध प्लाटों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर अवैध प्लाटिंग करने वालों को जेल भेजा जाएं लेकिन मंत्री ताम्रध्वज साहू के आदेश का पालन दुर्ग एसडीएम मुकेश राउटे द्वारा आज तक नहीं किया गया
जब हमने एसडीएम मुकेश राउटे को अवैध प्लाटों के बारे में पूछा तो उन्होंने गोलमोल जवाब एवं बातें करते हुए कुछ भी बताने एवं कहने से मना कर दिया गए और न ही आज तक एसडीएम मुकेश राउटे द्वारा अवैध प्लाटिंग करने वालों भू-माफियों पर कार्यवाही कि गई सिर्फ कोरे कागज पर कार्यवाही कि गई
और न ही गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू दुबारा इस अवैध प्लाटिंग के बारे में एसडीएम मुकेश राउटे से कुछ जानकारी मांगा कि नहीं आज तक पता नहीं चला हमने एसडीएम मुकेश राउटे से कहा कि अगर आप भू-माफियों पर कार्यवाही किए गए हैं तो कार्यवाही कि लिस्ट हमें प्रदान किया जाएं ताकि उस लिस्ट को जनहित हेतु समाचार के माध्यम से लोगों को अवगत कराएंगे
लेकिन आज तक दुर्ग एसडीएम मुकेश राउटे ने कार्यवाही कि लिस्ट देना दूर कि बात कुछ कहने से मना कर दिए गए और न ही मंत्री ताम्रध्वज साहू दुबारा संज्ञान में लेना उचित नहीं समझे आज भू-माफियों कि वजहों के कारण किसानों के जमीन कि बड़ी रकम देने कि लालच देकर उनके खेतों को खरीद लेते हैं। या फिर कई भू-माफियों ऐसे भी होते हैं। कि
किसान को एडवांस देकर कई महिनों तक घुमाते दिखाई देते हैं। भू-माफियाओं द्वारा कृषि जमीन को बीना परमिशन के अधिकारियों कि मिलीभगत से ग्राहकों को बेंच दिया जाता है। भू-माफियाओं द्वारा कई लुभावने स्कीम देकर ग्राहकों को बेंच दिए जाते हैं। और बेचकर रफूचक्कर हो जातें हैं। उसके बाद कालौनी बसने पर कालोनीवासियों द्वारा मकान बनाने से लेकर रोड़ नालियों जैसे मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासनिक कार्यालयों का चक्कर लगाते दिखाई देते हैं।
और उस चक्कर में जमीन खरीदने वाले ग्राहकों एवं वार्डवासियों के लाखों रूपए खर्च होने के साथ ही समय अलग खराब होने के बाद भी उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं होता इस तरह से कुछ प्रशासनिक अधिकारियों एवं कुछ भू-माफियों कि मिलीभगत से अवैध प्लाटों का कारोबार चल रहें हैं। जिनकी खामयाजा क्षेत्र के आम नागरिकों को झेलनी पड़ रही है।
जबकि खासबात तो यह भी है कि कुछ दिनों पहले जनदर्शन में शिकायत आने पर कलेक्टर मीणा ने भी अवैध प्लाटिंग के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग के संबंध में जानकारी प्राप्त होते ही तुरंत कार्यवाही करने के आदेश भी दिया गया लेकिन आज तक भू-माफियों पर किसी भी प्रकार के कोई कार्यवाही नहीं हुई
इस तरह से देखा जाए तो दिन प्रतिदिन भू-माफियों के हौसले बुलंद होते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे लोगों के पर जिला प्रशासन को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दुर्ग जिले में चल रहे अवैध प्लाटों पर रोकथाम हो सकें