पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देशन पर आज दिनांक 05.08.2022 को एस.एन.जी.स्कूल सेक्टर 04 में ’’आपातकालीन राहत, चिकित्सा व बचाव कार्य एवं रोड सेफ्टी’’ पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज के रिजर्व बल (दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कवर्धा, राजनांदगांव), डॉयल 112, थाना पेट्रोलिंग, हाईवे पेट्रोलिंग, छ.ग. सशस्त्र बल के जवान एवं यातायात पुलिस के अधिकारी/ कर्मचारी तथा नगर सेना के आपातकालीन टीम इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम के शुरूवात में सर्व प्रथम इंडियन आर्थोपेडिक एसोसिएशन टीम के डॉ. अखिलेश यादव, डॉ. विपिन जैन (जिला चिकित्सालय दुर्ग), सेक्टर 9 हॉस्पितल से डॉ. जवेश दवें, शंकराचार्य हॉस्पिटल से डॉ. राकेश ठक्कर, डॉ. अनुराग चन्द्राकर के द्वारा सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के एम्बुलेंस के आने से पहले जान बचाने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई और साथ ही सड़क दुर्घटना के बाद वहां जो स्थिति बनती है
उस दौरान पुलिस को घायल की जान बचाने के लिए क्या-क्या करना चाहिए इस संबंध में प्रश्न-उत्तर के माध्यम से कार्यशाला में उपस्थित पुलिस जवानों के सवालों का जवाब दिया गया कार्यक्रम में डॉ. की टीम द्वारा डेमो के रूप में दो व्यक्तियों का पुतला लाया गया था जिसे घटना स्थल पर घायल व्यक्ति को कैसे उठाना चाहिए उसे किस अवस्था में रखना चाहिए और सीपीआर (कारडियों पल्मानेरी रेसियोएशन) कैसे दिया जाता है
इस संबंध में डेमो दिखाया गया साथ ही ऐ.बी,सी,डी के माध्यम से ए फार एयर, बी फार ब्रिथ्रींग, सी फार ब्लड सकुलेशन, डी फार डिसेबल्टी इन चार चीजो* का ध्यान रखते हुए घायल की मदद कैसे करनी चाहिए इसकी जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में उपस्थित *पुलिस अधीक्षक महोदय* के द्वारा कहा गया कि आज का यह कार्यक्रम आगे जीवन में बहुत ही उपयोगी है चाहे आप ड्यूटी पर हो या अपने घर पर हो अथवा आप कही पर हो घायल की मदद करना यह एक सामाजिक कार्य है जो आपके ज्ञान में होने पर आप किसी भी व्यक्ति की जान बचा सकते हो और साथ ही कहा गया आप यहां से प्रशिक्षण के दौरान जो सीख रहे है
आने वाले समय में अपने मित्रों एवं समाज में लोगो को इसकी जानकारी देना चाहिए साथ ही साथ यातायात नियमों के प्रति स्वयं जागरूक रहते हुए कहा गया कि आप अपने सभी नजदिकियो में रहने वाले लोगो को नियमो के प्रति जागरूक करने का कार्य करें आज सड़क दुर्घटना गंभीर विषय है इसमें अधिकतर नौ जवानों की जान जा रही है अतः लोगो को यातायात नियमों प्रति जागरूक करना हमारा उत्तरदायित्व कहा गया।
तत्पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित *नगर सेना के जिला सेनानी श्री नागेन्द्र सिंह* एवं उनके टीम के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया कि किस तरह हम आपातकाल परिस्थितियों में जनता को आग लगने के दौरान, पानी मे डूबने के दौरान, मारपीट के दौरान चाकू लगने पर, सड़क दुर्घटना में हड्डी टुटने पर, सांप, बिच्छू, कुत्ता के काटने पर घायल व्यक्ति को उसकी जीवन रक्षा के लिए सर्व प्रथम हमें क्या करना चाहिए
इस संबंध में डेमो के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया साथ *बी.एस.पी इस्पात संयंत्र के श्री जी.पी सिंह (जी.एम)* के द्वारा किसी प्लांट में गैस रिसव होने पर क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए इस संबंध में जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम के दौरान गुरजीत सिंह, उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) के द्वारा यातायात नियम के अंतर्गत पैदल चलने के नियम, ओवर टेक करते समय की जाने वाली सावधानियां, सडक संकेत बोर्ड, रोड मार्किग, वाहन कहां पार्क करे, कहा ना करें की जानकारी,
वाहन चलाते समय हमें क्या नहीं करना चाहिए (निर्बधन), वाहन चलाने के लिए कौन कौन से दस्तावेज जरूरी है और सबसे महत्वपूर्ण सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले (गुड सेमेरिटन) को कानून द्वारा प्राप्त सुरक्षा तथा अन्य महत्वपूर्ण यातायात नियमों की जानकारी प्रदान कर कार्यक्रम में उपस्थित सभी पुलिस अधिकारी/कर्मचारी का प्रश्न का उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासा को दूर किया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(शहर) श्री संजय कुमार ध्रुव के द्वारा कार्यक्रम का परिचात्मक उद्बोधन देते हुए कहा गया आज का यह कार्यक्रम पुलिस के कार्य आने वाले समय में बहुत ही योगदानीय रहेगा जिससे राहत एवं बचाव कार्य में आम नागरिकों को लाभ होगा साथ ही कार्यक्रम के महत्व को बताते हुए उपस्थित अधिकारी/कर्मचारी धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के अंत में मंच का संचालन कर रहे *श्री नीलेश द्विवेदी उप पुलिस अधीक्षक, (लाईन) के द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने वाले पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी का अभार प्रदर्शन किया गया। आज के इस कार्यक्रम के दौरान अनंत साहू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, (ग्रामीण), विश्वास चन्द्राकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, (यातायात), निरीक्षक
संग्राम सिंह, निरीक्षक चंद्रकात कोसरिया, निरीक्षक कुंजबिहारी नागे, रक्षित निरीक्षक अनीष सारथी, (यातायात), निरीक्षक के.के कुशवाहा, निरीक्षक दुर्गेश शर्मा, निरीक्षक राजेश साहू, निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी एवं श्रीमती तृप्ति सिंह (सूबेदार ) रक्षित केन्द्र दुर्ग उपस्थित रहें।